ऐसे महान् हिन्दू योद्धाओं ने धर्म के मूल्य पर गौ चर्म कर्म या सिर पर मैला ढोना या सफाई कर्म स्वीकार किया किन्तु उन्होंने इस्लाम को ठुकरा दिया।
2.
फिर प्रेम के चर्म कर्म के द्वारा यीशु क्रूस पर जान देकर हमारे पापों की कीमत चुकाई कि हम परमेश्वर के साथ सम्बन्ध स्थापित करके मरने के बाद स्वर्ग जा सकें।